बुधवार, 23 अप्रैल 2008

सवेरे वाली गाड़ी से

मेहरबान कदरदान हजरात गौर फरमाएं हमर बाबा कल सवेरे वाली गाड़ी से आ रहे है ।
जिनको भी आना हो नाटक वालों को छोड़ कर जा सकते है ।

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