मंगलवार, 12 अगस्त 2008

'खिलाड़ी' बोला बिंद्रा इज किंग

इस बार के ओलंपिक शुरूआती दौर में तो हमारे खिलाड़ी भी टीम इंडिया की तरह ही ढहते जा रहे है ऐसे में अभिनव बिंद्रा ने पहली बार इतिहास की गल्पों के से खिलाफत करते हुए जो नई कहानी लिखी है वह सभी भारतियों के दिलों में नया जोश पैदा करने वाली है।





इसके बाद जो हुआ वह किसी से भी छुपा हुआ नहीं है। महंगा माना जाने वाला ये खेल कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठोर के बाद एक बार फ़िर सुर्खियों में आ गया. पहले बात रजत पदक की थी मगर पहली मर्तबा इस बार बिंद्रा ने सोने पर निशाना साधा और उसे अर्जुन की तरह भेद दिखाया. सभी समाचार चैनलों के साथ अखबरों के पहले पन्ने इसी की चर्चा से पते थे पता नहीं इस समय वे लोग कहाँ गए जो अक्सर इस बात का रोना रोते रहते है कि मीडिया क्रिकेट के आगे अन्य खेलों को प्राथमिकता नहीं देते है. हर मीडिया में बस एक ही नाम था अभिनव . और यह अभिनव हर न्यूज़ पर भारी पड़ रहा था कोटा में मन्दिर की सीडियां धसने, श्रीनगर में गोलाबारी, परमाणु करार और वोट के बदले नोट सभी अभिनव के अभिनव इतिहास के आगे काफी हल्के थे





राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री समेत सभी आला हस्तियों ने अभिनव को बधाइयाँ दी. खेर राजनेता ऐसे मौके चुकते ही कब है जब नेशनल मीडिया में उनकी बाइट आए.
जरा बात अब हमारे नेताजी की कर लेते है
हर खेल के नाम पर झंडा लिए खड़े हो जाते है. जो बात बेबात अक्सर अपना गला फाड़ने से कभी नहीं चुकते है और ऐसे मौकों पर जहाँ से उनको जरा सा भी क्रेडिट मिलने वाला हो तो लपक के हर बार गर्व से अपना सीना चौडा कर देते है जैसे कि उन्होंने कोई बड़ा तीर मार लिया हो. चाहे मुद्दा उन्हें पता हो या ना भी हो.
बेचारा 'रिपोर्टर' उसे ख़ुद बताना पड़ता है कि अक्सर मामला क्या है?




एक बात और भी हुयी इसी दौरान कि सिंह इज किंग की रिलीज के बाद आरंभिक सफलता के सेलेब्रेसन के अवसर पर खिलाड़ीयों के खिलाड़ी कहे या फ़िर हालिया रिलीज शो खतरों के खिलाड़ी अक्षय कुमार ने खुशियों की शाम में ओलिंपिक में गोल्ड मेडल जीते अभिनव बिन्द्रा के नाम कर दी। उन्होंने कहा कि रीयल किंग इज अभिनव बिंद्रा, जिनकी वजह से 28 सालों के बाद देश को स्वर्ण पदक मिला है । एक्टर तो पर्दे पर ही किंग होते हैं, मगर अभिनव ने अपनी मेहनत और लगन साबित किया कि वे ही रियल किंग हैं।
अब जनाब राज्यवर्धन साहब तो इस बार खास नहीं कर पाए मगर फ़िर भी

उम्मीदों पर दुनिया टिकी है जल्द ही किसी अच्छी ख़बर कि आशा की जा सकती है.

1 टिप्पणी:

Udan Tashtari ने कहा…

जीत की बहुत बधाई एवं शुभकामनाऐं.