सोमवार, 12 मई 2008
चीयर लीदेर्स नेक्स्ट टाइम इन साडी में दिखेंगी
भाई कहा गया है की जिन्दगी में शान्ति के लिए ये जरुरी है कि जितना हो सके विवादों से बचा जाय तो स्वाभाविक है की इसका फायदा ही होगा अब अपने आई पी एल सिरीस को ही ले लीजिये क्या जरुरत है नवरे झंझटों में पड़ने बस अपने को तो मैच खलने से काम मगर नहीं भारतीय जो ठहरे बस चले तो रास्ते में सोये शेर की भी पूंछ मरोड़ने का मजा उठाना नहीं भूलेंगे जब ये टूर्नामेंट शुरू हुआ था तो सभी को जनता को अपनी और खीचना था नतीजतन शुरू हो गई कभी ख़त्म न होने वाली खीचतान कभी हरभजन का झापड़ तो कभी चीयर लीडर्स को लेकर बवाल यहाँ तक कि इस मुद्दे पर संसद मे ये स्थिति हो गई कि कई जनप्रतिनिधियों के नाम शिस्ताचार कमेटी के सामने रखे गए फ़िर भी चीयर लीडर्स का मटकना जारी रहा राजस्थान मे उनपर बोटल मरने कि शिकायत भी आई मगर भइया ये किरकिट है किसकी सुनता है सबकुछ एक मेक हो गया तो अब हालात से शर्मा कर मुंबई और चेन्नई के बाद राजनीतिक दलों के दबाव की वजह से अब हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन ने आईपीएल मैचों के दौरान चीयरलीडर्स की ड्रेस में बदलने का फैसला किया है नए ड्रेस कोड के कारण कोलकाता नाइट राइडर्स और डेक्कन चार्जर्स के बीच हुए मैच में चीयरलीडर्स पूरे कपड़ों में नजर आई।दोस्त ये इंडिया का क्रिकेट है बीडू यहाँ अच्छे अच्छे आकर सुधर जाते है तो इन बेचारी न्रित्यांगानाओ कि क्या बिसात और रही बात बाकि लोगों कि तो उनको भी तो अपनी कम्पनी को कम कर देना है और पब्लिक के डिमांड के मुताबिक काम नहीं किया तो सब नाटक किया धरा रह जाएगा इस लिए अगर जनता इसी तरह चीयर लीडर्स से कन्नी काटती रही तो पता चला अगले साल ये ही बालाएं साडी मे नाचती दिखई पड़े ।
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1 टिप्पणी:
अच्छा है, देखिऐ घाघरा चोली की बारी कब आती है :)
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